( पंजी. यूके 065014202100596 )
नमो दुर्गतिनाशिन्यै मायायै ते नमो नमः, नमो नमो जगद्धात्र्यै जगत कर्ताये नमो नमः,
नमोऽस्तुते जगन्मात्रे कारणायै नमो नमः, प्रसीद जगतां मातः वाराह्यै ते नमो नमः ।
जय जगदीश हरे

ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी जय जगदीश हरे।
भक्त जनों के संकट, क्षण में दूर करे॥ॐ जय...॥
जो ध्यावे फल पावे, दुःख बिनसे मन का॥प्रभु...
सुख सम्पति घर आवे, कष्ट मिटे तन का॥ॐ जय...॥
मात-पिता तुम मेरे, शरण गहूं किसकी॥प्रभु...॥
तुम बिन और न दूजा, आस करूं जिसकी॥ॐ जय...।
तुम पूरण परमात्मा, तुम अन्तर्यामी॥स्वामी...॥
पार ब्रह्म परमेश्वर, तुम सबके स्वामी।ॐ जय...।
तुम करुणा के सागर, तुम पालन कर्ता॥स्वामी...॥
मैं सेवक तुम स्वामी, कृपा करो भर्ता॥ॐ जय...॥
तुम हो एक अगोचर, सबके प्राणपति॥स्वामी...॥
किस विधि मिलूं दयामय, तुम को मैं कुमति॥ॐ जय...॥
दीन बन्धु दुःख हर्ता, तुम ठाकुर मेरे॥स्वामी...॥
अपनी शरण लगाओ, द्वार पड़ा तेरे॥ॐ जय...॥
विषय विकार मिटाओ, पाप हरो देवा॥स्वामी...॥
श्रद्धा भक्ति बढ़ाओ, सन्तन की सेवा॥ॐ जय...।
तन, मन, धन, सब कुछ है तेरा॥स्वामी...॥
तेरा तुझको अर्पण, क्या लागे मेरा॥ॐ जय...॥